Sunday 27 March 2016

यहां खुला है भारत का पहला अंडर वॉटर रेस्टोरेंट


अहमदाबाद। बाहर देशों में और क्रूज में आपने अंडर वॉटर रेस्त्रा तो जरूर देखे होंगे। ऐसे रेस्त्रा आपने ज्यादा तर फिल्मों या किताबों में देखे होंगे। लेकिन अब भारत में भी आपको ऐसे रेस्त्रां देखने को मिल सकता है। अहमदाबाद शहर में जमीन से 20 फीट नीचे अंडर वॉटर रेस्त्रां खुल चुका है। इस रेस्त्रां में 1.60 लाख लीटर पानी के अंदर 32 लोग बैठ सकते हैं। ये रेस्त्रां सरदार पटेल रिंग रोड पर सनसिटी के पास स्थित है।

इस रेस्त्रां को बनने में 3 करोड़ रुपए का खर्च हुआ हैं। 3000 वर्ग फुट में बने इस रेस्त्रां के अंदर जाते ही चारों तरफ लगभग 4500 रंग-बिरंगी मछलियां देखने को मिलेगी। रेस्त्रां में टेबल बुक कराने के लिए ऑनलाइन सुविधा भी दी गई है ताकि लोगों को परेशानी न हो। इस रेस्त्रां में आने पर आप पंजाबी, थाई, मैक्सिकन और चाइनीज़ व्यंजनों के साथ ऑर्केस्टा का भी मजा ले सकेंगे।

इस रेस्त्रां के मालिक भरत भट्ट है। भरत का मानना है कि उन्होंने अग्निशामक विभाग और स्वास्थ्य विभाग से रेस्त्रां के लिए अनुमति ले ली है।

Friday 18 March 2016

...तो इस वजह से अमिताभ बच्चन बर्बाद होने से बचे!



जहां किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व अध्यक्ष और उद्योगपति विजय माल्या बर्बादी के कगार पर आ खड़े हुए है वहीं हम आपको एसे इंसान की कहानी के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें पूरा आप-हम और पूरा बॉलीवुड प्यार करता है। हम आपको बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन के बारे में बताने जा रहे है किस तरह अमिताभ अपनी गलतियों की वजह से बर्बादी के कगार पर आ खड़े हुए थे। अमिताभ बच्चन कॉरपोरेशन लिमिटेड (ABCL) कंपनी के 'मिस वर्ल्ड' कॉन्टेस्ट प्रोग्राम की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ा। इतना नुकसान कि उनका नाम डिफॉल्टर्स की लिस्ट में भी शामिल कर दिया गया।

कैसे हुआ 'मिस वर्ल्ड' फ्लॉप
शुरूआती में 'मिस वर्ल्ड' प्रोग्राम ने काफी अच्छा बिजनेस किया। ABCL अपनी सफलता को देखते हुए दूसरी गतिविधियों और टेलिविजन में उतरी। फिर कंपनी ने 1996 में बेंगलुरू में मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट का आयोजन किया लेकिन यह इनका सबसे बड़ा फ्लॉप शो था। मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट कराना अमिताभ बच्चन के जीवन के सबसे गलत फैसलों मे से एक रहा। यहां तक कि ABCL कंपनी में काम करने वाले लोगों ने आरोप लगाया कि उन्हें यहां काम करने पर पैसे तक नहीं दिए जा रहे हैं। पैसों की मार से कंपनी ने दोबारा बैंकों के कन्सॉर्टियम से अतिरिक्त फंड देने की मांग की।

ABCL को कैसे हुआ घाटा
जनवरी 1996 में कंपनी अपना बिजनेस बढ़ाने के चक्कर में केनरा बैंक से 14 करो़ड़ का लोन मांगा और इलाहाबाद बैंक से 8 करोड़ का लोन मांगा था। साल 2000 के शुरूआती में ही बैंकों ने ABCL को डिफॉल्टर की लिस्ट में शामिल कर दिया था। कंपनी को 70.82 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा, जबकि कंपनी का नेट वर्थ 60.52 करोड़ रुपए था। उस समय कंपनी BIFR (बोर्ड ऑफ इंडस्ट्रियल एंड फाइनेंशियल रीकंस्ट्रकश्न) के पास पहुंच गई थी।

ब्लॉग के जरिए दिखाया बिग बी ने दुख
बिग बी ने अपने ब्लॉग में लिखा, '2000 में जब पूरी दुनिया नई सदी में प्रवेश करने की खुशी मना रही थी, तब अमिताभ बच्चन 90 करोड़ रुपए की देनदारी के चलते कई कानूनी मामलों का सामना कर रहे थे। तभी मेरी लाइफ में एक नया मोड़ आया, मुझे कौन बनेगा करोड़पति की मेजबानी का ऑफर मिला और मैनें तुरंत हां कर दी।'

फ्लिपकार्ट के CEO का ई-मेल हुआ हैक, मांगे 53 लाख रुपए


बेंगलुरू: ई-कॉमर्स की बड़ी कंपनी फ्लिपकार्ट ने पुलिस में FIR दर्ज कराई है कि कंपनी के CEO बिन्नी बंसल का ऑफिशल ई-मेल अकाउंट हैक किया गया है। CEO के ई-मेल अकाउंट से कंपनी के CFO को मेल कर करीब 53 लाख रुपए ट्रांसफर करने को कहा गया था।

कहा से भेजा गया मेल
साइबर क्राइम की माने तो इसे ई-मेल स्पूफिंग (जिसमें फर्जी पते से मेसेज भेजे जाते हैं) का मामला बताया गया हैं। फ्लिपकार्ट के CFO संजय बाजवा को दोनों ई-मेल 1 मार्च सुबह 11.35 पर भेजे गए थे। सुत्रों की माने तो जांचकर्ताओं को पता चला है कि ई-मेल हॉन्ग कॉन्ग और कनाडा से भेजे गए थे और भेजे गए ई-मेल के लिए रूस का सर्वर इस्तेमाल किया गया था।

अडवांस वाइरस का किया इस्तेमाल
फ्लिपकार्ट के एक कर्मचारी SN शिवगंगैया ने बुधवार को बंसल की ओर से CID के साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई थी। साइबर क्राइम के अनुसार पता चला है कि ई-मेल अकाउंट को हैक करने के लिए अडवांस वाइरस का इस्तेमाल किया था। दोनों ई-मेल रूस में मौजूद सर्वर से एक ही समय पर भेजे गए थे।

क्या लिखा था ई-मेल में
गुड आफ्टरनून संजय। कैसे हो? उम्मीद है कल का दिल तुम्हारा सही रहा होगा? क्या तुम ऑफिस में हो? मैं चाहता हूं कि तुम 80 हजार डॉलर (करीब 53 लाख रुपए) ट्रांसफर कर दो। अगर तुम ऑफिस में हो तो इस मेल का जवाब देना ताकि मैं तुम्हें वह बैंक डीटेल उपलब्ध करा सकूं, जहां अर्जेंट ट्रांसफर करना है।

क्या कहा CID साइबर सेल के IGP ने
CID के साइबर सेल IGP हेमंत निंबालकर ने कहा है कि वह इस मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम बना रहे हैं। उन्होंने इस ई-मेल को साफ तौर से फ्रॉड का मामला बताया है। साथ ही उन्होंने कहा कि रकम के ट्रांसफर या फायदे के दूसरे ई-मेल का जवाब तुरंत न दें।